धर्म ज्ञान

भगवान बुद्ध और स्वामी बुद्ध एक हैं या अलग

भगवान बुद्ध और स्वामी बुद्ध एक हैं या अलग

धर्म ज्ञान
दोस्तों घर की सुख शांति के लिए इंसान क्या कुछ नहीं करता, काफी सारी बातों का ध्यान रखने के अलावा घर में लाई गई चीजों से भी जीवन पर गहरा असर पड़ता है | आप बाजार से या किसी धार्मिक स्थान से कोई मूर्ति लाते हैं या फिर कोई तस्वीर लाते हैं उसे कहीं भी सजा देते हैं या फिर कहीं भी रख देते हैं | इन सबका हमारे जीवन पर गहरा असर पड़ता है | हर चीज का एक स्थान होता है यदि उसे वहीं रखा जाये तभी वह हमारे जीवन में सुख शांति लाने के साथ साथ आने वाले कल को भी उज्ज्वल बना देती है |     बुद्ध भगवान की मूर्तियाँ बड़े काम की सांसारिक इच्छाओं का त्याग - संसार में रहकर मानव अपने असली वजूद को भूल जाता है | उस परमात्मा को भूल जाता है जिसने उसे बनाकर धरती पर भेजा है | इन सांसारिक बंधनों में यदि कोई ज्यादा ही फँस जाता है तो ऐसे मनुष्यों के लिए बुद्ध की यह मूर्ति काफी अच्छी होती है | जिसमें यदि द
क्यों मनाया जाता है लोहड़ी का त्यौहार- lohri kyu manai jati hai

क्यों मनाया जाता है लोहड़ी का त्यौहार- lohri kyu manai jati hai

देश दुनिया, धर्म ज्ञान
नमस्कार दोस्तों, आज का हमारा जो विषय है वो बड़ा ही खास है | जैसा कि आप सब जानते हैं कि भारत एक सांस्कृतिक देश है, यहाँ की संस्कृति यहाँ के त्यौहार दुनिया भर में  मशहूर हैं | यहाँ के जो त्यौहार होते हैं या यहाँ की जो भी संस्कृति है उनके पीछे कोई ना कोई मान्यता या कोई ना कोई कारण अवश्य होता है | आज हम बात कर रहे हैं लोहड़ी की | लोहड़ी उत्तर भारत के मुख्य त्यौहारों में से एक है | क्या आप जानते हैं कि लोहड़ी क्यों मनाई जाती है - lohri kyu manai jati hai | तो चलिये दोस्तों सबसे पहले लोहड़ी के नाम का स्पष्टीकरण कर लेते हैं - लोहड़ी -> यानि लो = आग, ओह = उपले ,एडी = रेवड़ी, इन सब का मिश्रण होता है लोहड़ी | (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); लोहड़ी कैसे मनाते हैं - lohri kaise manate hai दोस्तों लोहड़ी पंजाब में काफी धूम - धाम से मनाया जाता है | यदि किसी के घर में
क्रिसमस क्यूँ मनाया जाता है – christmas kyu manaya jata hai

क्रिसमस क्यूँ मनाया जाता है – christmas kyu manaya jata hai

धर्म ज्ञान
some lines on christmas in hindi - दोस्तों क्रिसमस ही एक ऐसा त्यौहार है जो पूरे विश्व में मनाया जाता है | यह ईसाइयों का प्रमुख त्यौहार है और यह प्रभु यीशू के जन्म दिन के अवसर पर 25 दिसंबर को मनाया जाता है | इस दिन लोग काफी सारी सजावट करते हैं, तरह तरह के पकवान बनाते हैं और काफी सारी पार्टीज़ ,सभायें एवं प्रेयर्स होती हैं | इस दिन लोग गिरिजाघरों में भी जाते हैं, ये बातें तो सब जानते हैं पर क्या आप जानते हैं कि christmas kyu manaya jata hai, santa claus kaun hai, santa claus ki kahani kya hai और भी कई सारे सवालों के जवाब आज हम आपको इस पोस्ट में देंगे | (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); क्रिसमस डे मनाने का कारण - christmas in hindi 25 दिसंबर यानि कि क्रिसमस डे पर पूरे विश्व में अवकाश होता है | यह पर्व प्रभु यीशु के जन्म उत्सव के रूप में 25 से 31 दिसंबर तक मनाया जा
पूजा में नारियल ही क्यूँ चढ़ाते हैं ? pooja mein nariyal hi kyun chadhate hen

पूजा में नारियल ही क्यूँ चढ़ाते हैं ? pooja mein nariyal hi kyun chadhate hen

धर्म ज्ञान
हिंदू धर्म और उसकी मान्यताएँ ऐसी हैं जिन पर जितना गहन अध्ययन किया जाये उतना ही और जानने की इच्छा होती है । बहुत सी ऐसी चीजें हैं जो हम हर पूजा पाठ में करते हैं पर हमें यह नहीं पता होता कि हम वह कर क्यों रहे हैं या उसके पीछे की कहानी क्या है । आखिर क्यों यह होता है हर बात के पीछे कोई ना कोई कहानी जरुर होती है अब आप से हम यह पूछें कि हर पूजा में इस्तेमाल होने वाला नारियल आखिर आया कहां से, नारियल ही क्यों पूजा जाता है (pooja mein nariyal hi kyun chadhate hen) और कोई फल क्यों नहीं, nariyal बनने की कहानी क्या है तो शायद ही किसी को पता होगा । इस पोस्ट में आपको इन सभी सवालों के जवाब मिल जायेंगे । (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); स्वर्ग और सत्यव्रत  की कथा - swarg aur satyavrat ki katha, nariyal ki kahani -> सत्यव्रत का स्वर्ग के प्रति आकर्षण - प्र
गणेश जी से जुड़े कुछ अद्भुत रहस्य – ganesh bhagwan ke rahasya

गणेश जी से जुड़े कुछ अद्भुत रहस्य – ganesh bhagwan ke rahasya

धर्म ज्ञान
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); गणपति बप्पा मौर्या - गणपति जी (ganesh bhagwan) विघ्नहर्ता, दुखहर्ता हैं । सभी धार्मिक कार्यों को करने से पहले गणपति जी की पूजा की जाती है । इन्हें मोदक, लड्डू और केले बहुत प्रिय हैं और ये अपने भक्तों से जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैं। गणेश जी का अनोखा मनमोहक रूप सभी को अपनी ओर आकर्षित करता है । गणेश जी से जुड़ी कई ऐसी बातें हैं जो काफी कम लोगों को पता है, जिन्हें हम आज आपको बताने जा रहे हैं, तो शुरुआत करते हैं गणेश जी के अंगों से । गणेश जी के सभी अंगों का अपना अपना महत्व है । (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); बड़े बड़े कान - गणपति जी के बड़े बड़े कानों का रहस्य यह है कि वह सबकी सुनते हैं पर निर्णय अपनी बुद्धि से लेते हैं । बड़े कान इस ओर भी इशारा करते हैं कि बुरी बातों को त्याग कर या ना सुन कर अच्
पांडवों ने आखिर क्यों खाया था अपने पिता का मांस

पांडवों ने आखिर क्यों खाया था अपने पिता का मांस

धर्म ज्ञान
दोस्तों हिंदू धर्म और इसकी मान्यताएँ अपने आप में मिसाल हैं । हिंदू धर्म के पवित्र ग्रंथ और उनसे जुड़े किस्से कहानियों को हम जितना जानने की कोशिश करते हैं ये उतने ही ज्यादा गहराई में चले जाते हैं । आज हम बात कर रहे हैं महाभारत की, हम सब इसके बारे में जानते ही हैं इससे जुड़े किरदार, उनकी बातें, वरदान, श्राप आदि बहुत सी चीजें हैं, जो हम सब जानते हैं । पर अभी भी काफी कुछ ऐसा है जो हम नहीं जानते या यूँ कहिये कि उनका कभी जिक्र ही नहीं हुआ, पर ये बातें काफी महत्वपूर्ण हैं । जिन्हें जानकर आप भी चौंक जायेंगे । आज हम आपको उन्हीं बातों में से महाभारत की एक बात बताते हैं कि पांडवों की आखिर ऐसी कौन सी मजबूरी थी जो उन्हें अपने ही पिता का मांस खाना पड़ा । (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); -> पांडु को मिला था श्राप - एक बार राजा पांडु अपनी दोनों पत्नियों के साथ आखेट पर
किस पत्नी ने पति को रक्षा सूत्र बाँधकर की थी राखी की शुरुआत..

किस पत्नी ने पति को रक्षा सूत्र बाँधकर की थी राखी की शुरुआत..

धर्म ज्ञान
दोस्तो राखी आ रही है सभी राखी को बड़ी ही खुशियों से मनाते हैं । भारत अतुल्य देश है और इसके त्योहार भी ऐसे ही अतुलनीय ही है । एक दूसरे की भावनाओंतों समर्पण त्याग ये सब इन त्योहारों के पीछे होते है। राखी जैसा कि आप जानते ही हैं कि भाई बहन के पवित्र प्रेम को समर्पित है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती है, और भाई उन्हें उनकी रक्षा करने का वचन देता है | मिठाई खिलाई जाती है। सुंदर सुंदर राखियां आज पूरे भारत में कहीं भी मिल जायेगी । दोस्तों राखी की तैयारी भी लोग कई महीनों पहले शुरु कर देते हैं । इस दिन बहनें भाई को राखी बांधती है। उन्हें मिठाई खिलाती हैं | फिर भाई बहनों को गिफ्ट देते है साथ ही यह वचन भी देते है, की वह उनकी रक्षा आजीवन करेंगे। बस हमें यही सब पता है, पर आज हम आपको कुछ ऐसे तथ्यों साए अवगत कराने जा रहे है जो राखी से जुड़े होने पर भी आपको शायद नहीं पता होंगे। कुछ ऐसी
शिवलिंग पर दूध चढ़ाने का धार्मिक और वैज्ञानिक कारण

शिवलिंग पर दूध चढ़ाने का धार्मिक और वैज्ञानिक कारण

धर्म ज्ञान
दोस्तों सावन चल रहा है सावन आते ही भगवान शिव के मन्दिरों में उपासकों की भीड़ लग जाती है। विशेषकर सावन में सोमवार को तो शिव के सभी मंदिर श्रद्धालुओं से भरे होते हैं । पर क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर भगवान शिव पर जल,दूध,बेल-पत्र आदि क्यूँ चढ़ाते हैं | काफी लोगों के मन में यह सवाल भी आता होगा कि शिव लिंग पर क्या चढ़ाना चाहिये - shivling par kya chadaye, और भी कई सारे सवाल हैं जैसे कि - सावन में ही शिव को इतनी महत्ता क्यों दी जाती है ? (sawan ka mahatva) शिव को जल अर्पित क्यों करते हैं ? (shiv ko jal kyun chadhate hein) शिव को बेलपत्र ही इतने प्रिय क्यों हैं ? (shiv ko belpatra kyun chadhate hein) शिव का अभिषेक दूध से ही क्यों करते है ? (shivling par doodh kyun chadhate hein) शिव पर तीन पत्तियों वाला बेलपत्र ही क्यों चढ़ाते हैं ? (shiv ko 3 patti wala belpatra kyun c
लाफिंग बुद्धा की 10 अद्भुत मूर्तियां और उनसे जुड़ी कुछ रोचक बातें – laughing buddha in hindi

लाफिंग बुद्धा की 10 अद्भुत मूर्तियां और उनसे जुड़ी कुछ रोचक बातें – laughing buddha in hindi

धर्म ज्ञान
दोस्तों आज का जीवन इतना कठिन हो गया है कि शांति से जीने का कोई रास्ता नज़र नहीं आता | ज्योतिषशास्त्र, कुरान, गीता आदि सब सुखी जीवन जीने के उपाय बताते हैं। वास्तुशास्त्र के बारे में तो आप सब जानते ही होंगे । आप में से कुछ लोग तो इसमें अत्यधिक विश्वास रखते होंगे और कुछ लोग ऐसे भी हैं जो विश्वास नहीं भी करते हैं । बाहर से सजावट की चीजें लेकर आ जाते हैं और उन्हें घर पर रख देते हैं बिना कुछ जाने कि इसके पीछे की कहानी क्या है क्यों ये चीजें बनी हैं, क्या कारण है कि इनकी इतनी डिमांड है बस अच्छा लगता है और ले आते हैं। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); उदाहरण के लिये हमने कहीं लाफिंग बुद्धा देखा या कोई सुंदर सा कछुआ देखा या हंसों का जोड़ा देखा हमें अच्छा लगा और हम इन्हें लाकर या तो किसी को गिफ्ट कर देते हैं या फिर अपने ही घर की सजावट के लिये कहीं भी रख देते है । पर क्या
क्या है फेंगशुई कछुआ – चमत्कार या अंधविश्वास ? – feng shui kachua

क्या है फेंगशुई कछुआ – चमत्कार या अंधविश्वास ? – feng shui kachua

धर्म ज्ञान
दोस्तों कछुआ रिंग - kachua ring का क्रेज आज कल कुछ ज्यादा ही बढ़ता जा रहा है। सर्राफा बाज़ारों में आज कल इनकी डिमांड काफी बढ़ गई है । लोग सोने चांदी की रिंग्स को पहनने में और उन्हें आगे गिफ्ट देने में काफी रुचि ले रहे हैं | कछुआ धन की देवी लक्ष्मी जी का मित्र है क्योंकि समुद्र मंथन के समय लक्ष्मी जी भी उसी में से प्रकट हुई थी। फेंग शुई कछुआ ( feng shui kachua )  शायद सब लोग अपने पास नहीं रख सकते इसलिये कछुआ रिंग पहनने का प्रचलन चला इसे पहनने से मन को अपार शांति प्राप्त होती है वहीं यह व्यक्ति के भाग्य को भी उदय करती है, सकारात्मक ऊर्जा बढ़ा कर धनलाभ भी देती है और व्यापार में उन्नति में लाभकारी है ।     भगवान विष्णु से कच्छप को जोड़ने की धारणा - feng shui kachua rakhne ka dharmik karan भगवान विष्णु के दस अवतारोंं में से दूसरे स्थान पर उनका कछुआ अवतार है | पुराणों के मुताबि