Month: June 2017

आखिर मोर के छुए बिना कैसे हो जाती है मोरनी गर्भवती

आखिर मोर के छुए बिना कैसे हो जाती है मोरनी गर्भवती

अजब गजब
दोस्तों हमारा राष्ट्रीय पक्षी मोर है ये तो सभी जानते हैं, पर क्या आप लोग यह जानते हैं कि मोर ही हमारा राष्ट्रीय पक्षी क्यों चुना गया । पक्षी तो और भी हैं और उनमें भी सुंदरता है। जब मोर वर्षा ऋतु में अपने पंख (mor ke pankh) फैलाकर नाचता है तो ऐसा लगता है जैसे बेशकीमती हीरों से जड़ी कोई पोशाक पहने नाच रहा हो मोर की सुंदरता का मुकाबला और कोई नहीं कर सकता। मोर केवल अपनी सुन्दरता के लिये ही नहीं जाने जाते बल्कि मोर का धार्मिक दॄष्टि से भी काफी महत्व माना जाता है । इतिहास में भी मोर को काफी ऊँचा स्थान दिया गया है। यही नहीं मोर के पंखों का भी काफी महत्व माना जाता है और इन्हें घर में रखना काफी शुभ होता है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});   -> मोर का मोरनी को प्रेम निवेदन - मोर बसंत में और वर्षा के आने की खुशी में जब अपना सुंदर नाच नाचता है तो वह केवल ना
मोमोज सबसे पहले किसने बनाये – momos history hindi

मोमोज सबसे पहले किसने बनाये – momos history hindi

फूड रेसिपी
मोमोज की कहानी हमारी जुबानी - momos ki kahani मोमोज या मोमो सुनते ही मुँह में पानी आने लगता है । तिब्बत की यह डिश आज पूरे भारत में इस कदर मशहूर है कि इसका जवाब नहीं  मोमोज के साथ मिलने वाली चटनी के तो कहने ही क्या दोनों का जो मेल है, वह गजब का है। आज हर गली शहर छोटी बडी दुकान होटल रेस्टोरेंट हर जगह मोमोज मिल जाते हैं | यह बहुत जल्दी बन जाते हैं और इसमें लागत भी कम लगती है । आज हम आपको मोमोज के इतिहास (momos history hindi) के बारे में बतायेंगे । (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); इसकी सबसे अहम बात यह है कि इसके अंदर का भरावन जितना बारीक कटा होगा और उसमें अदरक लहसुन होगा तो इसका स्वाद कई गुना बढ़ जायेगा । इसके बाद इसकी परत की बात करें तो वह भी ताजी सामग्री से बनी हुई हो और गर्म पानी से गुंधी हो तो अच्छा स्वाद आता है । यदि बात की जाये मोमोज की चटनी की तो