गणतन्त्र दिवस की कुछ रोचक बातें | gantantra diwas in hindi

दोस्तों इस बार हम 69 वां गणतंत्र दिवस  मना रहे हैं | इंडिया गेट पर मनाया जाने वाला यह भारतीय पर्व ना सिर्फ वहाँ बैठी जनता बड़े चाव से देखती है बल्कि घर-घर में टीवी पर भी लोग इसका भरपूर आनंद उठाते हैं | इसमें भारत की संस्कृति, उद्योग व अनेक प्रकार की झाँकियाँ बड़े ही शानदार व अनुशासित तरीके से दिखाई जाती है | इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के लिए लोग महीनों पहले से ही तैयारी शुरू कर देते हैं | इतना ही नहीं दुनिया का सबसे तेज सर्च इंजन गूगल भी भारत के सम्मान के लिए अपना डूडल भी भारत के तिरंगे में रंग देता है |

गणतन्त्र दिवस क्यूँ मनाते हैं ? इस दिन का क्या महत्व है ? इन सवालों का जवाब तो बच्चा-बच्चा जानता है | इनसे हटकर 26 जनवरी से संबन्धित और भी कई ऐसी बाते हैं जो आज भी काफी लोग नहीं जानते, जिन्हें आज हम इस पोस्ट के माध्यम से आप सभी को बताएँगे |

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-> 26 जनवरी 1950 को 10 बजकर 18 मिनट पर संविधान लागू किया गया |

-> संविधान के लागू होने के बाद भारत लोकतांत्रिक गणराज्य बन गया था ।

-> डॉक्टर भीम रॉव अंबेडकर ने संविधान को लिखा |

-> क्या आप जानते हैं कि 26 जनवरी की शुरुआत तो 26 जनवरी को होती है | परंतु इसका समापन 29 जनवरी को होता है, जी हाँ यह 3 दिन तक चलता है “बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी” के बाद विजय चौक पर इसका समापन किया जाता है |

-> भारत में अवकाश तो बहुत हैं पर राष्ट्रीय अवकाश सिर्फ तीन हैं | जिनमें से 26 जनवरी भी एक है |

-> “Abide with me”  यह एक क्रिश्चन सॉन्ग है | हर साल गणतन्त्र दिवस की परेड के अंत में यह गाना बजाया जाता है | क्योंकि यह गाना     महात्मा गांधी को काफी प्रिय था | इस बात का आपको बिलकुल भी नहीं पता था, है ना ?

-> दोस्तों क्या आपको पता है कि गणतंत्र दिवस पर समय का काफी ध्यान रखा जाता है | ऐसा कहा जाता है कि यदि प्रोग्राम 1 मिनट देरी से शुरू हुआ तो खत्म भी एक मिनट देरी से ही होता है |

-> हर साल  गणतंत्र दिवस पर अन्य देश से कोई ना कोई अतिथि बुलाया जाता है | सबसे पहले गणतंत्र दिवस पर इन्डोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णा आए थे | इस साल मुख्य अतिथि के रूप में एक नहीं बल्कि एशिया के 10 अतिथि आने वाले हैं | यह भारत के इतिहास का पहला ऐसा मौका होगा जिसमें इतने सारे मेहमान शिरकत करेंगे  | यह भारत के लिए गौरव की बात है |



इस बार के मेहमान –

  • वियतनाम के प्रधानमंत्री – नगुयेन शुयान
  • कंबोडिया के प्रधानमंत्री – हुनसेन
  • इन्डोनेशिया के राष्ट्रपति – जोको विडोडो
  • लाओ के प्रधानमंत्री – थांगलून सिसुलिथ
  • मलेशिया के प्रधानमंत्री – नजीब रजाक
  • मयनमार के राष्ट्रपति – हितन क्या
  • फिलिपीन के राष्ट्रपति – रोड़िर्गों डुटेट
  • सिंगापुर की राष्ट्रपति – हलिमा याक़ूब
  • थाईलैंड के प्रधानमंत्री – प्र्युत्चान ओचा
  • बरुलाई के सुल्तान – हसनअल बोलकियाह

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-> 1941 में भारत की 21 तोपों का निर्माण हुआ था | परेड के समय राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दी जाती है | पहली सलामी राष्ट्रगान के शुरू में व अंतिम 52 सेकंड के बाद दी जाती है |

-> हर झांकी 5 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है, ताकि अतिथि उन्हें अच्छी तरह देख सकें।

-> 1950 से 1954 तक गणतंत्र दिवस मनाने के लिए कोई जगह निर्धारित नहीं थी | कभी लाल किला कभी रामलीला मैदान कभी इर्विन स्टेडियम में गणतंत्र दिवस मनाया जाता था | फिर 1955 में राजपथ को परेड के लिए निर्धारित किया गया |

-> गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति राजपथ पर तिरंगा फहराते हैं और प्रधानमंत्री अमर जवान ज्योति पर देश के लिए शहीद हुए जवानों को श्र्द्धांजली देते हैं |

-> दक्षिण पूर्वी एशिया के झंडे भी इस बार फहराये जाएँगे यह भी इतिहास में पहली बार हो रहा है | इस बार 61 आदिवासी अतिथियों को भी इस समारोह में आमंत्रित किया गया है |

-> भारत का संविधान हिन्दी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं में लिखा हुआ है | भारत का संविधान पूरी तरह से हाथ से लिखा गया है जिसकी असली  कॉपी हीलियम से भरे बक्से में संसद भवन की लाइब्रेरी में रखी गई है |

-> भारत की जनता का सम्बोधन गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति द्वारा किया जाता है जबकि स्वतन्त्रता दिवस पर प्रधानमंत्री द्वारा किया जाता है | ऐसा हमारे संविधान के अनुसार किया जाता है |

-> भारत का संविधान दुनिया का सबसे लंबा व बड़ा संविधान है | जिसे तैयार करने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन लगे थे |

-> भारत के संविधान में 395 अनुच्छेद, 22 भाग और 8 अनुसूचियां थे । पर अब भारत के संविधान में 465 अनुच्छेद , 25 भाग और 12 अनुसूचियां हैं ।




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