दोस्तों आपने आज तक खेतों में पत्ता गोभी या सबसे बड़ी पत्ता गोभी या फिर अनोखी सब्जियों की खबरें पढ़ी होंगी, आये दिन ऐसी खबरें टीवी ,अखबार आदि में आती रहती हैं पर क्या आपने कभी पत्ता गोभी अंतरिक्ष में उगाये जाने की बात सुनी है ( antriksh me gobhi ), जी हां दोस्तों आज हम आपको बताने जा रहे हैं पत्ता गोभी और अंतरिक्ष का आख़िर ये मामला है क्या …..( space news in hindi )
पेगी विट्सन ने उगाई गोभी –
एक महीने की मेहनत और तमाम कोशिशों के बाद अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र में यह पत्ता गोभी उगाई गई अंतरिक्ष यात्री पेगी विटसन ने यह काम किया है । यह एक चीनी पत्ता गोभी है । इस पत्ता गोभी का नाम ‘तोक्यो बेकाना ‘ है । यह अंतरिक्ष में उगाई जाने वाली 5वीं सब्जी या फसल है। इससे पहले भी ऐसी चार चीजें उगाई जा चुकी हैं । यह पत्ता गोभी बिल्कुल पृथ्वी पर उगाई जाने वाली पत्ता गोभी जैसी है खाने में भी इसका स्वाद बिल्कुल वैसा ही है ।
अंतरिक्ष यात्रियों के खाने के लिये – antriksh me gobhi
इनमें से कुछ गोभी अंतरिक्ष यात्रियों को मिलेगी और बची हुई पत्ता गोभी वैज्ञानिकों की रिसर्च के लिये रख दी जायेगी । इस पत्ता गोभी को यहां उगाने के लिये काफी विचार विमर्श हुए। उसके बाद ही इसका चुनाव हुआ । इसके चुनाव से पहले चार और सब्जियों के नाम अंतरिक्ष खाद्य विभाग को भेजे गये थे ।
जांच के लिये लाया गया पृथ्वी पर –
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस ) में जो सब्जियां उगाई गई हैं उन्हें जाँच के लिये रुसी वैज्ञानिकों कें पास भेजा गया। एक समाचार ऐजंसी के अनुसार वैज्ञानिक गोभी सहित अन्य सब्जियों पर भी खोज कर रहे हैं | मास्को में एक इंस्टीट्यूट के प्रवक्ता ने यह भी बताया है कि गोभी के इन नमूनों को देखने के लिये धरती पर लाया गया है। उनके अनुसार पृथ्वी पर उगाई गई और अंतरिक्ष में उगाई गई पत्ता गोभी ( antriksh me gobhi ) में कोई अंतर नहीं है । यह खाने के लिये बिल्कुल ठीक है, इन सब्जियों को खाने की स्वीकृति दे दी गई है ।
इसके अलावा भी अंतरिक्ष में काफी चीजें उगाई जा चुकी हैं उसके बारे में हम आपको आगे बता रहे हैं – sapce news in hindi
फूल- जीनिया नामक फूल अन्तरिक्ष में उगाया गया । यह बेहद खू़बसूरत फूल है, पर इसे यहां केवल इसकी खूबसूरती के लिये नहीं उगाया गया। बल्कि इससे अंतरिक्ष में रहने वालों का पेट भी भरता है। वहां भी पौधों से सम्बन्धित रोग हो जाते हैं जैसे पौधे पर फफूंद लग जाना कीड़ा लग जाना, गल जाना आदि । इसे माइकोग्रेविटी भी कहा जाता है पर केली ने इन समस्याओं से निजात पाने की तरकीब खोज ली है |
लौकी का पौधा – साल 2015 में अंतरिक्ष में क्रू नामक एक वैज्ञानिक ने वहाँ सलाद उगाने के बारे में सोचा साल 2012 में भी एक लौकी की तरह दिखाई देने वाले पौधे को उगाया गया । यह सब वहां के ग्रीन हाउस में उगाया जाता है। यह सब चीजें पृथ्वी की अपेक्षा कई गुना तेजी से बढ़ती हैं |
टमाटर – इन सब चीजों के बाद अब टमाटर उगाने की योजना बनाए जा रही है। अंतरिक्ष यात्री अब अपने खाने के लिये सब्जियां उगा रहे है। नासा ने इस प्रोजेक्ट का नाम वेजिटेबल प्रोडक्शन रखा है। ये ऐसी सब्जियां उगा रहे हैं जो आगे मंगल पर रहने वालों को भी काम आ सके। आप को बता दें कि यहाँ इनको मिट्टी में नहीं बल्कि एयरोपानिकस विधि से उगाया जाता है। जिसमें इन्हें काफी कम पानी खाद दिया जाता है।
अंतरिक्ष में फसल उगाने का मुख्य उद्देश्य पृथ्वी से बाहर पौधों को उगाने के बारे में जानकारी जुटाना है ।
यदि वैज्ञानिक 2018 तक अंतरिक्ष में टमाटर उगाने में सफल हो गये तो अंतरिक्ष वालों को खाने के लिये पृथ्वी का मोहताज नहीं होना पड़ेगा, वह खुद अपने लिये सब्जियां सलाद फल आदि का इंतजाम कर सकते हैं | अब पृथ्वी पर भी सब्जियों की कमी नहीं होगी। वैज्ञानिक लगातार अपनी नई तकनीकों से नई – नई खोज कर रहे हैं। इन्हीं खोजों से वह आये दिन लोगों को आश्चर्यचकित करते रहते हैं । अब आगे देखना है अंतरिक्ष में और क्या नया बनाया जाता है।
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