दोस्तों भारत के मसालों का स्वाद और उनकी खुशबू दुनिया भर में प्रसिद्ध है | दालचीनी का सेवन सर्दियों में जरूर करना चाहिए | आप इसका छोटा सा टुकड़ा चाय में मिलाकर पी सकते हैं यह स्वाद के साथ- साथ एक बेहतरीन खुशबू भी देती है | दालचीनी यदि आप खाने में प्रयोग करते हैं तो यह आपके भोजन से हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट कर देती है | साथ ही खाने को खराब होने से भी बचाती है दालचीनी का पौधा छोटा होता है साथ ही इसकी पत्तियाँ व इसकी छाल का भी उपयोग किया जाता है | यह दक्षिण पूर्व एशिया में पाया जाता है |
-> फेस के लिए दालचीनी –
दोस्तों दालचीनी से हमारा फेस एक दम साफ हो सकता है जी हाँ दाग धब्बों से रहित चमकता हुआ चेहरा हर किसी को अच्छा लगता है | इसके लिए आपको करना ये है कि एक चम्मच मुलतानी मिट्टी, एक चम्मच शहद व आधा चम्मच दालचीनी पाउडर को अच्छे से मिक्स करके पैक बना लेना है अब इस पैक को आपको रात को अपने चेहरे पर लगाना है | हफ्ते में 2 दिन आप इसका इस्तेमाल करके देखिये आपको गज़ब का निखार दिखाई देगा |
-> जोड़ों का या गठिया का दर्द –
एक चम्मच शहद में दालचीनी पाउडर मिलाकर आपको एक महीना खाना है | एक हफ्ते में आपको असर दिखना शुरू हो जाएगा और एक महीने तक आप बिना किसी दर्द के चलने लगेंगे |
-> मस्तिष्क के लिए –
दालचीनी में भरपूर मात्रा में मैगनीज पाया जाता है | जो कि हमारे मस्तिष्क के लिए काफी अच्छा माना जाता है | इससे स्मरण शक्ति बढ़ती है | साथ ही साथ यह उन महिलाओं व पुरुषो के लिए भी एक बहुत अच्छा स्त्रोत है जो सारा दिन दिमाग का काम करते हैं |
-> कब्ज के लिए –
दालचीनी कब्ज के रोगी के लिए भी एक औषधि मानी गई है | सुबह उठकर पानी में दालचीनी उबाले अब उस पानी को हल्का गुनगुना करके उसमें एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से कब्ज में राहत मिलती है |
-> दांतों के लिए दालचीनी –
दालचीनी को केवल चबाने मात्र से दाँत मजबूत होते हैं | दालचीनी पाउडर को शहद में डालकर मसूड़ों और दांतों की मसाज अच्छे से करने से दाँत स्वस्थ बने रहते हैं |
-> दमा में लाभदायक –
दालचीनी दमा कफ में ज्यादा उपयोगी होता है | पाउडर के रूप में गुड के साथ घिस कर खाया जाये और ऊपर से गुनगुना पानी पिया जाये तो आप सोच भी नहीं सकते इसके कितने फायदे हो सकते हैं |
मर्दन करके शहद में चाटने से कफ और वात के रोग इससे दूर होते हैं | इसके अद्भुद लाभ होते हैं | कम से कम आपकी 50 बीमारियों को यह ऐसे ही खत्म कर देता है |
- वात – 80 से ज्यादा रोग
- पित्त – 46 से ज्यादा रोग
- कफ – 28 से ज्यादा रोग
- यदि तीनों ही ठीक ना हों तो 148 से ज्यादा रोग हो सकते हैं |
इसीलिए दोस्तों वात, पित्त और कफ को संतुलित रखना बहुत जरूरी है |
यदि किसी के वात पित्त और कफ तीनों ही बिगड़े हो वह कितनी बीमारियों से ग्रसित होगा यह आप स्व्यम ही अनुमान लगा सकते हैं |
नियम
- खाने के तुरंत बाद पानी ना पियें |
- पानी घूट घूट करके पियें |
- खड़े होकर पानी ना पियें |
-> दालचीनी के अन्य लाभ –
- नियमित रूप से दालचीनी को सूंघने मात्र से स्मरण शक्ति तेज होती है |
- इसमें anti- inflammatory तत्व होता है जो आपकी पुरानी से पुरानी सूजन को जड़ से खत्म कर देता है |
- दालचीनी आपके ह्रदय के लिए काफी अच्छी है |
- यह शुगर लेवल को नियंत्रित करती है |
- यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करती है | इससे माइग्रेन की समस्या से भी निजात पाया जा सकता है |
- इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए नियम से दालचीनी का प्रयोग करें |
-> दालचीनी की चाय –
दालचीनी की चाय हमारे मस्तिष्क के लिए काफी फायदेमंद है | दालचीनी की चाय पीकर दिमाग तरोताजा हो जाता है | दालचीनी की चाय ब्लड शुगर को नियंत्रित करती है | दालचीनी की चाय शरीर से विषेले पदार्थों को बाहर निकाल देती है |
-> दालचीनी के प्रयोग में सावधानियाँ –
- जिन लोगों को अल्सर की शिकायत है वह दालचीनी का प्रयोग ना करें क्योंकि इससे पेट में जलन हो सकती है |
- दालचीनी की तासीर गर्म होती है | इसलिए दालचीनी का प्रयोग कम मात्रा में ही करना चाहिए |
- दालचीनी के अत्याधिक प्रयोग से किडनी पर बुरा असर पड़ता है |
- दालचीनी से कई लोगों को एलर्जी भी हो सकती है |
- गर्भवती व स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए | इससे उन्हे नुकसान हो सकता है |
- दालचीनी के तेल को सीधा अपनी स्किन पर नहीं लगाना चाहिए | दालचीनी के तेल को किसी नॉर्मल तेल के साथ मिलाकर ही उसे यूज करना चाहिए |
इन सब के लिए दालचीनी एक मात्र विकल्प है | दालचीनी की एक चुटकी खाने से आप इन सब समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं | तो देखा दोस्तों दालचीनी के कितने सारे फायदे हैं | अब आपके घर में यदि दालचीनी नहीं भी होगी तो आप इसके गुणों को देखते हुये दालचीनी जरूर ले आएंगे |
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