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क्या है फेंगशुई कछुआ – चमत्कार या अंधविश्वास ? – feng shui kachua

दोस्तों कछुआ रिंग – kachua ring का क्रेज आज कल कुछ ज्यादा ही बढ़ता जा रहा है। सर्राफा बाज़ारों में आज कल इनकी डिमांड काफी बढ़ गई है । लोग सोने चांदी की रिंग्स को पहनने में और उन्हें आगे गिफ्ट देने में काफी रुचि ले रहे हैं | कछुआ धन की देवी लक्ष्मी जी का मित्र है क्योंकि समुद्र मंथन के समय लक्ष्मी जी भी उसी में से प्रकट हुई थी। फेंग शुई कछुआ ( feng shui kachua )  शायद सब लोग अपने पास नहीं रख सकते इसलिये कछुआ रिंग पहनने का प्रचलन चला इसे पहनने से मन को अपार शांति प्राप्त होती है वहीं यह व्यक्ति के भाग्य को भी उदय करती है, सकारात्मक ऊर्जा बढ़ा कर धनलाभ भी देती है और व्यापार में उन्नति में लाभकारी है ।

 

 

भगवान विष्णु से कच्छप को जोड़ने की धारणा – feng shui kachua rakhne ka dharmik karan

भगवान विष्णु के दस अवतारोंं में से दूसरे स्थान पर उनका कछुआ अवतार है | पुराणों के मुताबिक देवासुर संग्राम में उन्होंने इसका अवतार इसलिये लिया था, ताकि समुद्र मंथन के समय मंद्रांचल पर्वत को अपने कवच पर थाम सके । शास्त्रों के अनुसार कच्छप की पीठ एक लाख योजन की थी। भगवान विष्णु के कच्छप अवतार ने मंदरमंद्रांचल पर्वत को बाँधने के लिये शेषनाग की सहायता से देवों एंव असुरों ने समुद्र मंथन किया और चौदह रत्नों को प्राप्त किया इसलिए कच्छप को काफी शुभ भी माना जाता है इसकी पूजा-अर्चना भी की जाती है।

  

 

जीवित कछुआ रखने का लाभ – ghar mein jinda kachua rakhne ke fayde 

क्योंकि कछुआ एक दीर्घायु प्राणी है तो यह आयु पर भी प्रभाव डालता है । इसके अलावा यदि हम जीवित कछुआ रखते हैं तो यह परिवार के सबसे बड़े सदस्य की आयु को भी बढ़ाता है।

ऐसे करें कछुए का प्रयोग तो होंगे सारे काम – feng shui kachua rakhne ke tarike

  • ऐसा माना जाता है कि यदि हम कछुआ घर के नॉर्थ में रखते हैं तो इससे हमारा प्रभाव लोगों पर समाज पर व हमारे मित्रों पर अच्छा पड़ता है।
  • कछुआ नजर दोष खत्म करता है हर बुरी नज़र से आपकी व आपके परिवार की रक्षा करता है।
  • रोग बीमारियों को घर परिवार से दूर रखता है ।
  • दक्षिण पूर्व दिशा में कछुआ रखने से अकारण आये रोग से मुक्ति मिलती है।
  • व्यवसाय के लिये कछुआ काफी लाभदायक होता है यदि हम दरवाजे पर इसका चित्र लगाते हैं तो यह व्यवसाय में उन्नति दिलाकर धन लाभ कराता है ।
  • बर्तन में पानी भरकर रखने से इससे ज्यादा लाभ मिलता है।


 

फ़ेंगशुई महत्व – importance of tortoise in feng shui

कछुआ जहां धार्मिक दॄष्टि से काफी शुभ माना जाता है वहीं फेंगशुई के अनुसार इसका वास्तु की दॄष्टि से भी काफी महत्व है कछुआ एक मंद गति वाला प्राणी है यह काफी लम्बा जीवन भी जीता है।  कछुआ घर में रखते हैं तो यह घर में व परिवार के सदस्यों में सकारात्मक ऊर्जा पैदा करता है।  जिससे आपसी तनाव नहीं होता खुशी का माहौल बना रहता है यही नहीं इससे परिवार में रहने वालों की सेहत अच्छी बनी रहती है।

वास्तु की दॄष्टि से महत्व – feng shui kachua vastu shastra

इसे एक प्रभावशाली यंत्र के रूप में घर में रखा जाता है वास्तु के अनुसार यदि घर में धातु या स्फटिक से बना फेंगशुई कछुआ रखते हैं  तो वहां का माहौल शांत रहता है। यह वास्तु से सम्बन्धित दोषों को दूर रखता है।

इन बातों का रखें ध्यान – feng shui kachua ka nuksan

  • कछुए के प्रतीक को कभी भी बेडरूम में ना रखें ।
  • कछुआ की स्थापना हेतु सर्वोत्तम स्थान ड्राईंग रूम है।
  • इसे अपने ऑफिस या घर की उत्तर दिशा में रखें क्योंकि उत्तर दिशा को लक्ष्मी जी की दिशा माना जाता है।
  • कछुए का मुँह घर के अंदर होना चाहिये ।
  • अँगूठी पहनते समय भी कछुए का सिर आपकी यानि पहनने वाले की तरफ होना चाहिये ।
  • दो कछुओं को एक साथ रखने से लाभ में बाधाये आती हैं।

 

आइये जानते हैं कछुओं के बारे में कुछ दिलचस्प बातें – 

  • कछुओं की सबसे पहली प्रजाति 15 सौ करोड़ साल पहले की है अभी 320 तरह के कछुओं की प्रजाति के कछुए रह गये हैं ।
  • अभी इनमें से भी काफी लुप्त होने की कगार में हैं । इनके दाँत नहीं होते,प्लेट जैसी हड्डी होती है तो उससे यह भोजन चबाते हैं|
  • ये मछलियां व  घोंघे खाकर अपना पेट भरते हैं।
  • इनकी पीठ का भाग बेहद कड़क होता है ।
  • ऐसा माना जाता है कि अगर इनके ऊपर से ट्रक निकल जाये तो भी इनपर कोई असर नहीं होता यह अपनी गर्दन को अंदर कर लेते हैं ।
  • मादा कछुआ 1 से 30 अंडे देती है और यह नीचे जमीन में गढ्ढा खोद कर उसमें अंडे देती है  4 महीने में इन अंडों से बच्चे निकल आते हैं |


 

 एक रहस्य जो बदल देगा आपकी विचारधारा –
अब आपको बताते हैं एक और दिलचस्प राज की बात दोस्तों हमने या हमारे ॠषि मुनियों ने जो परम्पराएँ बनाई हैं उसके पीछे ये कारण है कि जब भी हम उस अँगूठी या तस्वीर या उस आकृति की तरफ ध्यान देते हैं तो हमने जो कुछ भी उसके बारे में सुना है, पढ़ा है, देखा है उस समय वो सारी धारणायें सामने आ जाती हैं और वो सब बातें सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करती हैं।
हर बार हम उसे देखेंगे और हर वो बात जो हम उसके बारे में जानते हैं वह हमारे मानसिक पटल पर चलेगी और अंदर से जो विचार बनेंगे वह हर रोग बाधा से दूर रखेंगे । यह सब हमारे विचार ही हैं जो हमारे अंदर ऊर्जा का संचार करते हैं। जैसे हमारे विचार होंगे वैसे ही हमारा आचरण होगा और वैसे ही हम व्यवहार करेंगे उन्हीं विचारों से हम दूसरों को भी प्रभावित करेंगे । हमारा मन शांत रहेगा तो हमारा काम भी अच्छा होगा।

एक उदाहरण:  यदि किसी ऐसे व्यक्ति को हम ऐसी रिंग पहना देते हैं जो इसके बारे में ना जानता हो उसके लिये इसका कोई महत्व नहीं क्योंकि उसके लिये वह मात्र एक आभूषण ही होता है, तो ये सब विचारों का ही खेल है।

इन चीजों का प्रभाव तो होता है पर हमारे विचार उस प्रभाव को दोगुना कर देते हैं।
बिल्कुल ऐसा ही सिधांन्त हमारे पूजा-पाठ इत्यादि के पीछे भी है ताकि इन सब साधनों के माध्यम से हम ईश्वर से जुड़े रहें।
दोस्तों ये कुछ जानकारी है जो मैंने पढ़ी जानी मुझे काफी पसंद आई मैने सोचा आपको भी बताया जाये उम्मीद है आपको जरुर पसन्द आई होगी अगर आपको हमारी जानकारी अच्छी लगती है तो इसे और लोगों तक भी पहुंचाये ।
पढ़ने के लिये बहुत- बहुत धन्यवाद |

 
 

Shweta Negi: श्वेता नेगी allnewsfun.com वेबसाइट की ऐडमिन हैं । ये एक अच्छी ब्लॉगर भी हैं । ये सभी विषयों पर लिखती हैं पर इनकी विशेष रुचि फूड रेसिपी और हेल्थ टिप्स में है ।
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